हम होंगे कामयाब......ये वक्त न ठहरा है.....ये वक्त न ठहरेगा.....
https://youtu.be/Ur5tKb87U1c
आशाएँ
आशाएँ ही वृक्ष
लगातीं,
आशाएँ विश्वास
जगातीं,
आशा पर परिवार
टिका है।
आशा पर संसार
टिका है।।
आशाएँ श्रमदान
करातीं,
पत्थर को भगवान
बनातीं,
आशा पर उपकार
टिका है।
आशा पर संसार
टिका है।।
आशा यमुना,
आशा गंगा,
आशाओं का चोला
चंगा,
आशा पर उद्धार
टिका है।
आशा पर ही प्यार
टिका है।।
आशाएँ हैं,
तो सपने हैं,
सपनों में बसते
अपने हैं,
आशा पर व्यवहार
टिका है।
आशा पर संसार
टिका है।।
आशाओं के रूप बहुत हैं,
कभी छाया,कभी धूप बहुत है,
प्रीत-रीत-मनुहार
टिका है।
आशा पर संसार
टिका है।।
आशाएँ जब तक
रहेंगी,
मानवता जीवित
रहेगी,
उड़नखटोला द्वार
टिका है।
आशा पर परिवार
टिका है।।
आशा पर उद्धार
टिका है।
आशा पर संसार
टिका है।।
-मीता गुप्ता,
परास्नातक शिक्षिका (हिंदी)
https://youtu.be/5cY6P1I1KfE
आइए,कहानी देखते हैं सीप और मोती तथा तितली की...,...
इस कठिनाई और विरुद्धों से भरे दौर में अपनी शक्तियों को जगा ही हम मानवता की सेवा कर सकते हैं ।
https://youtu.be/VRNqHpJQPts
डिजिटल लर्निंग पर कु.आयुषी कक्षा 12 के विचार
https://youtu.be/XUZNrUJ0zwM
कुमारी आयुषी सक्सेना का संकल्प-
कोरोना को भगाना है।
https://youtu.be/dZx6UTVwqyc
प्रस्तुत कविता केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी द्वारा रचित है |
आज जब सारा विश्व कोरोना वायरस की विभीषिका से लड़ने का प्रयास कर रहा है,
तब डॉक्टर पोखरियाल की यह कविता हमारे भीतर जिजीविषा का भाव जगाती है,
क्योंकि जब-जब हम संकल्प ले लेते हैं,तब-तब वह संकल्प हमें जीने की राह दिखाता है । प्रस्तुत है कविता-
आज जब सारा विश्व कोरोना वायरस की विभीषिका से लड़ने का प्रयास कर रहा है,
तब डॉक्टर पोखरियाल की यह कविता हमारे भीतर जिजीविषा का भाव जगाती है,
क्योंकि जब-जब हम संकल्प ले लेते हैं,तब-तब वह संकल्प हमें जीने की राह दिखाता है । प्रस्तुत है कविता-
संकल्प
संकल्प लिया है हमने,
हम मायूसी तोड़ेंगे,
और निराशा की धारा,
आशा से जोड़ेंगे ।
त्याग दासता के मानस को,
हम सब को स्वाधीन करेंगे,
स्वाभिमान की रक्षा हित,
हम जिएंगे और मरेंगे ।
हमने तो संकल्प लिया है,
दिन पर रात में चढ़ने देंगे,
और कलुष की काली छाया,
अब न स्वयं हम पड़ने देंगे ।
हम तो अब अभियान लिए,
दिशा-दिशा में जाएंगे,
एक नई अनुपम दुनिया का,
संदेश धरा पर लाएंगे ।
रख ली पर प्राणों को,
परिवर्तन की सांस भरेंगे,
दुष्करजो लगता दुनिया को,
संभव हम वह काम करेंगे ॥
और साथियों, भारतीयों के लिए कोई भी कार्य संभव नहीं है ।
जय हिंद ! जय भारत !
https://youtu.be/gur9p17XBFk
मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय का वीडियो लिंक
https://youtu.be/mtm9Cj2OPaA
श्रीमती आशा श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत प्रेरक कहानी
आज जहां बाहर करोना वायरस से डर का माहौल बना हुआ है और हम सबको घरों में चुप रहना पड़ रहा है परंतु बड़ी से बड़ी मुसीबत और परेशानी ज्यादा देर तक नहीं रहती इसी बात को बताने के लिए आशा श्रीवास्तव मैम ने आपके लिए एक कहानी तैयार की है "द वुल्फ एंड द 7 गोट्स "जिसमें वुल्फ करोना वायरस की तरह गोटस के घर के बाहर उन्हें खाने के लिए बैठा है परंतु गोटस मिलकर वुल्फ का सामना करते हैं और अंत में वुल्फ की हार होती है तो आइए इस खूबसूरत कहानी का आनंद लेते हैं और इस से सीख लेते हैं।(स्क्रिप्ट -कु अर्चना देवी द्वारा )
https://youtu.be/e5pumho5y3Y
श्री नीरज कुमार गुप्ता,मुख्य अध्यापक द्वारा उत्प्रेरक संदेश
https://youtu.be/jfGwLy7jb4c
श्रीमती मीता गुप्ता,परास्नातक शिक्षिका (हिंदी) द्वारा वार्ता डिजिटल शिक्षण पर विचार
We shall overcome.... song by Mrs. Asha Shrivastav, PRT
https://youtu.be/gur9p17XBFk
मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय का वीडियो लिंक
https://youtu.be/mtm9Cj2OPaA
श्रीमती आशा श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत प्रेरक कहानी
आज जहां बाहर करोना वायरस से डर का माहौल बना हुआ है और हम सबको घरों में चुप रहना पड़ रहा है परंतु बड़ी से बड़ी मुसीबत और परेशानी ज्यादा देर तक नहीं रहती इसी बात को बताने के लिए आशा श्रीवास्तव मैम ने आपके लिए एक कहानी तैयार की है "द वुल्फ एंड द 7 गोट्स "जिसमें वुल्फ करोना वायरस की तरह गोटस के घर के बाहर उन्हें खाने के लिए बैठा है परंतु गोटस मिलकर वुल्फ का सामना करते हैं और अंत में वुल्फ की हार होती है तो आइए इस खूबसूरत कहानी का आनंद लेते हैं और इस से सीख लेते हैं।(स्क्रिप्ट -कु अर्चना देवी द्वारा )
https://youtu.be/e5pumho5y3Y
श्री नीरज कुमार गुप्ता,मुख्य अध्यापक द्वारा उत्प्रेरक संदेश
https://youtu.be/jfGwLy7jb4c
श्रीमती मीता गुप्ता,परास्नातक शिक्षिका (हिंदी) द्वारा वार्ता डिजिटल शिक्षण पर विचार
A motivational video by Mrs.Santosh, PRT
लॉकडाउन में समय का सदुपयोग करें- द्वारा- श्रीमती सोनिया सिंहल, प्राथमिक शिक्षिका
Motivational song by Mrs. Renu Saxena, PRT (Music)
सार-एक विषाणु (कोरोना)से प्रभावित संपूर्ण विश्व आज इससे मुक्ति पाने एवं इस पर विजय प्राप्त करने हेतु जहां एक ओर अनवरत प्रयासरत है वहीं दूसरी ओर परम पिता परमेश्वर से भी प्रार्थना कर रहा हैl मेरे इस गीत में ईश्वर का ध्यान करने के साथ-साथ कोरोना से बचाव के मुख्य बिंदुओं को गीत के माध्यम से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया हैl
https://youtu.be/pzBmsYCk_UE
'हम होंगे कामयाब' वास्तव में यह गीत हमें जीवन को जीने का संदेश देता है क्योंकि इस पंक्ति में एक ऐसी आशा छुपी है, जैसे काले बादलों में बिजली छुपी होती है। समय आने पर काले-काले बादलों को चीर कर बिजली की चमक दुनिया के सामने आ ही जाती है, ठीक उसी प्रकार निराशा के इस समय को चीरकर आशा की किरण हम सबके जीवन में अवश्य आएगी। प्रस्तुत है यह गीत जिसे श्रीमती रेणु सक्सेना, प्राथमिक शिक्षिका, संगीत ने हम सब के हृदय में आशा का संचार करने के लिए गाया है।
https://youtu.be/Fq__HzSMbLM
न क्रोध, नआवेश
आज कोरोनावायरस के कारण देशभर में लॉक डाउन की स्थिति है इस कारण आज निराशा ओं आकांक्षाओं और भय का समय है ऐसे समय में हम कभी किसी बात पर और कभी बिना किसी बात पर क्रोधित हो जाते हैं आवेश में आ जाते हैं ऐसे में हम यह भूल जाते हैं कि क्रोध दूसरों को बाद में पहले हमें जलाता है सदा याद रखें फेंका हुआ पत्थर बोले गए शब्द गवाया गया अवसर और बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आते इसलिए इनका आदर करना चाहिए ।
https://youtu.be/H6nh1QJSgm0
हम होंगे कामयाब गीत ।
https://youtu.be/-E4KOuO6Vj0
आइए इस गीत को सुनते हैं यह गीत हमें नई ऊर्जा प्रदान करता है l बच्चों हम सभी को यानी शिक्षक, विद्यार्थी व अभिभावक को इन कठिन परिस्थितियों में भी सामूहिक प्रयासों से अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु अनवरत प्रयास करते रहना है lहमें परिस्थितियों के वशीभूत होकर अपने आप को असहाय नहीं समझना है बल्कि हिमालय की तरह अडिग रहकर मुस्कुराकर परिस्थितियों का सामना करना है lहमें रुकना नहीं है निरंतर आगे बढ़ते रहना हैl ऊंचे उद्देश्य का निर्धारण करने वाला ही उज्ज्वल भविष्य को देखता हैl
आशा
ज़िंदगी के इस दौड़ में,
चाहे आगे
चाहे थोड़ा पीछे दौड़ो !
छोड़ो कुछ भी तुम, मगर ,
आशा कभी ना छोड़ो,
आशा कभी न छोड़ो ।
आशा है सीप का मोती,
आशा है जीवन की ज्योति,
आशा है मानव सिंगार,
आशा है कंठ का हार।
चाहे प्रभंजन आ जाए,
उसका भी रुख तुम मोड़ो ,
छोड़ो कुछ भी तुम मगर,
आशा कभी ना छोड़ो !!
आशा हो मन में तो,
बन जाते हैं
सारे बिगड़े काम,
आशा थी शबरी के मन में,
जिससे मिले उसे श्री राम,
आशा के बल पर ही मनुष्य,
सुख पाता है चारों धाम,
हो जाएंगे अधूरे स्वप्न सब पूरे,
आशा से अपना नाता जोड़ो ,
छोड़ो कुछ भी तुम मगर ,
आशा कभी ना छोड़ो !!
आशा सबका मूल धर्म है,
चाहे गीता हो या कुरान ,
आशा से तो मिल जाते है,
पत्थर में भी भगवान ,
आशा की बस एक किरण से,
तिमिर बनता दिवस समान,
होते हैं विघ्न करोड़ों,
तुम विघ्न दिशा को मोड़ो,
छोडो कुछ भी तुम मगर,
आशा कभी ना छोड़ो !!-मीता गुप्ता
https://youtu.be/GxFff3gyV34
पात्र-एक प्रेरक कथा
https://youtu.be/-c1aEUDYGIE
सार-एक विषाणु (कोरोना)से प्रभावित संपूर्ण विश्व आज इससे मुक्ति पाने एवं इस पर विजय प्राप्त करने हेतु जहां एक ओर अनवरत प्रयासरत है वहीं दूसरी ओर परम पिता परमेश्वर से भी प्रार्थना कर रहा हैl मेरे इस गीत में ईश्वर का ध्यान करने के साथ-साथ कोरोना से बचाव के मुख्य बिंदुओं को गीत के माध्यम से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया हैl
https://youtu.be/pzBmsYCk_UE
'हम होंगे कामयाब' वास्तव में यह गीत हमें जीवन को जीने का संदेश देता है क्योंकि इस पंक्ति में एक ऐसी आशा छुपी है, जैसे काले बादलों में बिजली छुपी होती है। समय आने पर काले-काले बादलों को चीर कर बिजली की चमक दुनिया के सामने आ ही जाती है, ठीक उसी प्रकार निराशा के इस समय को चीरकर आशा की किरण हम सबके जीवन में अवश्य आएगी। प्रस्तुत है यह गीत जिसे श्रीमती रेणु सक्सेना, प्राथमिक शिक्षिका, संगीत ने हम सब के हृदय में आशा का संचार करने के लिए गाया है।
https://youtu.be/Fq__HzSMbLM
न क्रोध, नआवेश
आज कोरोनावायरस के कारण देशभर में लॉक डाउन की स्थिति है इस कारण आज निराशा ओं आकांक्षाओं और भय का समय है ऐसे समय में हम कभी किसी बात पर और कभी बिना किसी बात पर क्रोधित हो जाते हैं आवेश में आ जाते हैं ऐसे में हम यह भूल जाते हैं कि क्रोध दूसरों को बाद में पहले हमें जलाता है सदा याद रखें फेंका हुआ पत्थर बोले गए शब्द गवाया गया अवसर और बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आते इसलिए इनका आदर करना चाहिए ।
https://youtu.be/H6nh1QJSgm0
हम होंगे कामयाब गीत ।
https://youtu.be/-E4KOuO6Vj0
आइए इस गीत को सुनते हैं यह गीत हमें नई ऊर्जा प्रदान करता है l बच्चों हम सभी को यानी शिक्षक, विद्यार्थी व अभिभावक को इन कठिन परिस्थितियों में भी सामूहिक प्रयासों से अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु अनवरत प्रयास करते रहना है lहमें परिस्थितियों के वशीभूत होकर अपने आप को असहाय नहीं समझना है बल्कि हिमालय की तरह अडिग रहकर मुस्कुराकर परिस्थितियों का सामना करना है lहमें रुकना नहीं है निरंतर आगे बढ़ते रहना हैl ऊंचे उद्देश्य का निर्धारण करने वाला ही उज्ज्वल भविष्य को देखता हैl
आशा
ज़िंदगी के इस दौड़ में,
चाहे आगे
चाहे थोड़ा पीछे दौड़ो !
छोड़ो कुछ भी तुम, मगर ,
आशा कभी ना छोड़ो,
आशा कभी न छोड़ो ।
आशा है सीप का मोती,
आशा है जीवन की ज्योति,
आशा है मानव सिंगार,
आशा है कंठ का हार।
चाहे प्रभंजन आ जाए,
उसका भी रुख तुम मोड़ो ,
छोड़ो कुछ भी तुम मगर,
आशा कभी ना छोड़ो !!
आशा हो मन में तो,
बन जाते हैं
सारे बिगड़े काम,
आशा थी शबरी के मन में,
जिससे मिले उसे श्री राम,
आशा के बल पर ही मनुष्य,
सुख पाता है चारों धाम,
हो जाएंगे अधूरे स्वप्न सब पूरे,
आशा से अपना नाता जोड़ो ,
छोड़ो कुछ भी तुम मगर ,
आशा कभी ना छोड़ो !!
आशा सबका मूल धर्म है,
चाहे गीता हो या कुरान ,
आशा से तो मिल जाते है,
पत्थर में भी भगवान ,
आशा की बस एक किरण से,
तिमिर बनता दिवस समान,
होते हैं विघ्न करोड़ों,
तुम विघ्न दिशा को मोड़ो,
छोडो कुछ भी तुम मगर,
आशा कभी ना छोड़ो !!-मीता गुप्ता
https://youtu.be/GxFff3gyV34
पात्र-एक प्रेरक कथा
https://youtu.be/-c1aEUDYGIE
We shall overcome.... song by Mrs. Asha Shrivastav, PRT
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