प्रस्तावना




कुछ लिख के सो,

कुछ पढ़ के सो,

तू जिस जगह जागा सवेरे,

उस जगह से बढ़ के सो ।

      आज पूरा संसार कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण के कारण अभूतपूर्व समय से गुजर रहा है । यह समय अनिश्चितता, चिंता, डर, संशय और निराशा का समय है । भारत में भी 21 दिवसीय लॉक डाउन चल रहा है, जिसके कारण विद्यार्थी अपने घरों में रहने को बाध्य हैं । ऐसी में केंद्रीय विद्यालय संगठन में एक अनूठी पहल और सार्थक प्रयास करते हुए डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के गुरुतर उत्तरदायित्व पूर्ण करने की ठानी है ।
              केंद्रीय विद्यालय पूर्वोत्तर रेलवे बरेली की प्राचार्या डॉ अपर्णा सक्सेना के कुशल प्रबंधन और मार्गदर्शन में समस्त शिक्षकों ने अथक लगन और प्रयास से अपने-अपने विषय की डिजिटल लर्निंग सामग्री तैयार की है । विद्यालय की डिजिटल कक्षाएं 3 अप्रैल 2020 से आरंभ हो चुकी हैं । डिजिटल लर्निंग का यह माध्यम कोई नया नहीं है, किंतु ऐसे समय में जब विद्यालय में कक्षाएं स्थगित हैं, तो डिजिटल लर्निंग ही एक ऐसा माध्यम है जिससे विद्यार्थियों का पठन-पाठन करवाया जा सकता है और अधिगम को बढ़ावा दिया जा सकता है।
              शिक्षा प्रभावी करने के लिए बच्चे, पालक और शिक्षक टेक्नोलॉजी किस तरह इस्तेमाल करते हैं, इस बात पर उसका फ़ायदा निर्भर करता है।  आज सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में पीपीटी, वीडियो प्रेजेंटेशन्स, ई-लर्निंग तरीके, ऑनलाइन प्रशिक्षण और अन्य डिजिटल पद्धतियों के इस्तेमाल को महत्व दिया जा रहा है  और इससे यह ज़्यादा संवादात्मक (इन्टरेक्टिव) होती जा रही है।
           डिजिटल साक्षरता के जरिए बच्चे अपने आसपास की दुनिया से बातचीत करने के लिए टेक्नोलॉजी का ज़िम्मेदारी से प्रयोग करना सीखते हैं। साथ ही  उन्हें उनके लिए फायदेमंद ज्ञान के नए क्षेत्रों की जानकारी भी मिलती है और वे बौद्धिक रूप से काफी सीखते हैं। बच्चे का जिंदगी में अहम बदलाव लाने में डिजिटल शिक्षा महत्वपूूूर्ण भूमिका निभाती  है- जैसे, मोटर स्किल्स, निर्णय क्षमता, विजुअल लर्निंग, सांस्कृतिक जागरूकता, बेहतर शैक्षिक गुणवत्ता और नई चीजों की खोज।
             सीखना बुनियादी तौर से एक सामाजिक गतिविधि है।  डिजिटल शिक्षा अब हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुकी है,अब इसके साथ जुड़कर ही समय का सदुपयोग और अधिगम की चेतना का विस्तार होगा ।
      यह ब्लॉग न केवल ई लर्निंग सामग्री अपितु विद्यार्थियों के परामर्श और मार्गदर्शन में भी सहायक होगा । साथ ही एनसीईआरटी और सीबीएसई जैसे संस्थानों द्वारा विद्यार्थियों के हित में समय-समय पर दिए गए निर्देशों के लिंक भी प्राप्त होंगे ।

पढ़ते रहिए.....बढ़ते रहिए !


Comments

  1. एक बहुत अच्छी शुरुआत ...आशा है हमारे प्रिय विद्यार्थी एवं आदरणीय अभिभावक गण अपने घरों में रहते हुए हमारे इस प्रयास का अधिकतम लाभ उठाएंगे

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    1. धन्यवाद आपके प्रोत्साहन के लिए।कृपया अपना नाम अंकित कीजिए ।

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